एक इकोनॉमिस्ट बनने के लिए गणित विषय को जरूरी माना जाता है। इसके लिए इकोनॉमी में बैचलर डिग्री होना और गणित पर अच्छी पकड़ होना आवश्यक है।
सॉफ्टवेर इंजीनियरिंग में करियर की नींव ही गणित के ज्ञान से पड़ती है। इस क्षेत्र में एक्सपर्ट छात्रों के लिए बहुत अच्छे विकल्प मौजूद है, तथा अगले 10 वर्षों में इस क्षेत्र में काफी संभावनाएं आने वाली हैं। जो छात्रों के हित में मददगार साबित होंगे।
जिन लोगों को गणित में महारत हासिल है, उनके लिए स्टैटिस्टिक्स में करियर बनाना बहुत अच्छा विकल्प है। टिस्टिक्स बनने के लिए आपके पास मैथमेटिक्स स्टैटिस्टिक्स में स्नातक की डिग्री या फिर स्टैटिस्टिक्स में पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री होना जरूरी है।
अगर आप चार्टर्ड एकाउंटेंट बनना चाहते हैं, तो इसका जान लें कि इसका पहला रूल ही गणित में दक्ष होना है। क्योंकि चार्टर्ड एकाउंटेंट यानि कि सीए का पूरा काम एकाउंटिंग, ऑडिटिंग और टैक्सेशन से जुड़ा होता है। गणित में रूचि रखने वाले छात्रों के लिए यह एक अच्छा करियर विकल्प बन सकता है।
डाटा एनालिस्ट का गणित से अटूट संबंध है। इसके लिए विभिन्न गणितीय सूत्रों और एल्गोरिदम के व्यापक ज्ञान की आवश्यकता होती है। डाटा एनालिस्ट के पास अच्छा विश्लेषणात्मक कौशल, विभिन्न सांख्यिकीय टूल का नॉलेज होना जरूरी है।
अगर आपकी गणित में अच्छी पकड़ है तो आपके लिए बैंकिंग सेक्टर में व्यापक करियर ऑप्शन मिल जाएंगे।
अगर आपको लगता है कि मैथ के साथ आपका कई जन्मों का रिश्ता है और आप अपने आप को इस विषय में सबसे ज्यादा माहिर समझते हैं, तो मैथमेटिशियन बनना आपके लिए बेस्ट ऑप्शन हो सकता है।
अगर आपका गणित के प्रति रुझान है तो आप इस विषय में मास्टर हैं, तो यहां पर शानदार करियर बना सकते हैं। ज्यादातर सिस्टम एनालिस्ट अपना काम कम्प्यूटर और सॉफ्टवेयर के जरिए करते हैं तथा इसे ठीक तरह से समझने के लिए गणित पहली नींव है।