पढ़ने की जगह बदलें - पढ़ने के लिए ऐसी अलग-अलग जगह चुनें जहां आपको आरामदायक और सहज महसूस हो। अगर आप एक ही जगह पर पढ़ते-पढ़ते बोर हो जाते हैं या आप ऐसे स्थान पर बैठ कर पढ़ाई कर रहे हैं जहां आपका ध्यान भटकता है, तो आप ठीक से नहीं पढ़ पाएंगे।
परिवार और दोस्तों से बात करें - स्ट्रेस को मैनेज करने में सबसे ज्यादा मदद परिवार के सदस्य और आपके दोस्त ही करते हैं। लिहाजा बेहद जरूरी है कि आप अपने घरवालों से हर दिन बात करें, उनसे अपनी बातें, समस्याएं और दिक्कतें शेयर करें।
नींद पूरी करना है जरूरी - अगर आप अपना स्ट्रेस लेवल कम करना चाहते हैं तो बेहद जरूरी है कि आप कम से 7 से 8 घंटे की नींद जरूर लें। प्रॉपर नींद भी स्ट्रेस को कम करने में मदद करती है।
थोड़ा टहलने जाएं - बहुत देर पढ़ने के बाद थोड़ी देर टहलने चले जाएं। कुछ देर खुली हवा में रहें। इससे आपका शरीर और दिमाग रिलैक्स होगा। अगर आप चाहें तो अपने किसी दोस्त के साथ टहलने जा सकते हैं लेकिन इस दौरान पढ़ाई या परीक्षा की बात न करें।
वास्तविक रहें पेरेंट्स अगर नियमित रूप से अपने बच्चों की पढ़ाई-लिखाई पर ध्यान देते हैं तो उन्हें बच्चों की प्रोग्रेस के बारे में जानकारी जरूर होगी। इसलिए एग्जाम के बाद रिजल्ट आने के समय में आपको हमेशा रियलिस्टिक होना चाहिए। बच्चों की क्षमता के आधार पर ही उनसे अपेक्षा करें।
मसल्स को रिलैक्स करें - एक और बेहतरीन स्ट्रेस रिलिवर का काम करता है प्रोग्रेसिव मसल रिलैक्सेशन टेक्नीक जिसे पीएमआर भी कहते हैं। यह टेक्नीक स्टूडेंट्स के लिए खासकर बहुत मददगार है।
फिजिकल ऐक्टिविटी जरूर करें - स्ट्रेस दूर करने का सबसे अच्छा तरीका है फिजिकल ऐक्टिविटी। फिर चाहे वॉकिंग हो, रनिंग, स्वीमिंग, पावर योगा, ऐरोबिक्स, कार्डियो वर्कआउट या फिर जो आपकी पसंद हो उसे जरूर करें।
हेल्दी डायट का सेवन करें - हेल्दी डायट भी स्ट्रेस मैनेजमेंट में मददगार साबित हो सकती है। अगर आप अच्छी और हेल्दी डायट का सेवन करेंगे तो मूड स्विंग्स और सिरदर्द जैसी दिक्कतें भी नहीं होंगी।