ऐसे पहचानें अपनी क्षमताएं, जानिए आत्मनिर्भर बनने के सूत्र
अपनी पहचान कायम करें - आप सबसे पहले समझ ले कि झुंड में चलने वालों की कोई अलग पहचान नहीं होती। इसलिए अपनी मेंटल, फिजिकल और इमोशनल स्ट्रैंथ को अपने तरीके से प्राप्त करना आपकी जिम्मेदारी है।
अपने लिए फायदेमंद चीजें चुनें - आपके तन-मन को सबसे ज्यादा ऊर्जा अपनी शारीरिक जरूरत का फूड खाने से मिलेगी। आपके मन और शरीर को सुहाने वाले ड्रेसेस आपको एक एनर्जी से भर देंगे।’
अपनी इच्छाओं का करें सम्मान - अपने मन की इच्छाओं को दबाने की बजाय उन्हें पूरा करें। जैसी इच्छा हो वैसे कपड़े पहनें, मन-मुताबिक खाना खाएं, अपनी लाइफस्टाइल अपनी रुचि और सेहत के मुताबिक तय करें।
अपनी क्षमताओं की करें पहचान - हमारी दिनचर्या का बड़ा हिस्सा या तो मित्रों, सहकर्मियों या परिजनों के काम करने में बीत जाता है इसलिए इन सबसे परे होकर अपनी क्षमताओं की पहचान करें।
अपने ढंग से जिएं अपनी लाइफ - हमें अपनी जिंदगी अपने तरीके से, अपनी आंतरिक खुशी के लिए और अपने वास्तविक लक्ष्य हासिल करने के लिए जीने का पूरा हक है। इसलिए समय पर इस स्थिति को समझकर इससे उबरने में ही भलाई है।
दूसरों पर न रहें निर्भर - अपनी संप्रभुता और अपना वास्तविक अस्तित्व वापस पाने के लिए दुनिया द्वारा बनाए गए नकली आवरण और मुखौटों को उतार फेंकें। दूसरों के द्वारा प्रभावित हमारा व्यक्तित्व अपनी क्षमता और मौलिकता खो चुका है, सच्चे सुकून के लिए इसे वापस हासिल करना जरूरी है।
दूसरे के हाथों की कठपुतली न बनें - दूसरों के हाथ की कठपुतली बनने से आप अपनी वास्तविक समस्याओं से नहीं निपट पाते। अपने लिए जरूरी लक्ष्यों को ओर ध्यान नहीं दे पाते इसलिए समय रहते इसकी पहचान करें।
अपनी वास्तविकता को बरकरार रखें - पर्सनालिटी डेवलपमेंट के लिए सबसे जरूरी है, अपनी वास्तविकता को बरकरार रखना। हम सब अलग स्वभाव, गुणों, रुचियों और पारिवारिक पृष्ठभूमि के साथ जन्म लेते हैं और अलग माहौल में पल बढ़कर बड़े होते हैं।