एम.टेक करने के बाद करियर के अवसरों को 4 भागों में बांटा जा सकता है - 1. पीएचडी जैसे रिसर्च डिग्री कर सकते हैं। 2. एम.टेक पूरा करने के बाद नौकरी कर सकते हैं। 3. एक शिक्षक के रूप में इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ा सकते हैं। 4. अपना खुद का ऑर्गनाइजेशन शुरू कर सकते हैं।
पीएचडी- एम.टेक के बाद डॉक्टरेट की डिग्री - यदि आप टीचिंग के पेशे में आना चाहते हैं या रिसर्च और डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन में काम करना चाहते हैं, तो आपको अपनी रुचि के क्षेत्र में एम.टेक के बाद पीएचडी करनी चाहिए।
एम.टेक पूरा करने के बाद नौकरी करना - एम.टेक के बाद आप रिसर्च और डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन, मैन्युफैक्चरिंग फर्मों और आईटी कंपनियों में प्रोजेक्ट मैनेजर, रिसर्च एसोसिएट और सीनियर इंजीनियर के रूप में आसानी से नौकरी पा सकते हैं।
टीचिंग प्रोफेशन में नौकरी - आम तौर पर अधिकांश छात्र एम.टेक पूरा करने के बाद एकेडमिक नौकरियों के लिए जाते हैं। आज भारत में हायर एजुकेशन के लिए एकेडमिक क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है। यही वजह है कि डीम्ड यूनिवर्सिटीज, शैक्षणिक संस्थानों और कॉलेजों में शिक्षकों और प्रोफेसरों की मांग बढ़ गई है।
अपना खुद का ऑर्गनाइजेशन शुरू कर सकते हैं - बहुत कम एम.टेक ग्रेजुएट अपना खुद का ऑर्गनाइजेशन शुरू करने की इच्छा रखते हैं। यदि आपमें डेडिकेशन के साथ काम करने का पैशन है और आपमें सही बिजनेस सेंस है, तो आप एक सफल एंटरप्रेन्योर बन सकते हैं।
पीएचडी में स्पेशलाइजेशन - एम.टेक में स्पेशलाइजेशन का एरिया पीएचडी में आपके अध्ययन का एरिया तय करेगा। आजकल, पीएचडी में इंटर-डिसिप्लिनरी अप्रोच पॉपुलर हो रहा है। कैंडिडेट दो पीएचडी स्पेशलाइजेशन का ऑप्शन चुन सकते हैं।
फैलोशिप - प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थानों जैसे एनआईटी, आईआईटी और आईआईएससी बैंगलोर में पीएचडी छात्रों के लिए अलग-अलग फंडिंग नीतियां हैं। फैलोशिप 19,000 रुपये से 24,000 रुपए प्रति माह तक दी जाती है। इसके लिए समय अवधि 3 वर्ष होती, जिसे आवश्यकता के अनुसार बढ़ाया जा सकता है।
स्कॉलरशिप - सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, यूजीसी, एआईसीटीई और सीएसआईआर पीएचडी छात्रों को स्कॉलरशिप प्रदान करते हैं। महिला वैज्ञानिकों के लिए भी अलग से स्कॉलरशिप योजनाएं हैं।