प्लूटो की खोज - 1894 में Percival Lowell नाम के खगोल शास्त्री ने Lowell Observatory की स्थापना की और साल 1906 से planet x को खोजना शुरू किया। उनकी मृत्यु के बाद साल 1929 में Percival Lowell की पत्नी ने यह रिसर्च फिर चालू करवाई और इस ग्रह को खोजने की जिम्मेदारी दी गयी Clyde Tombaugh को।
प्लूटो ग्रह का हिंदी अर्थ - Pluto नाम रोमन संस्कृति में god of underworld को दर्शाता है। जिसका हिंदी में अर्थ पाताललोक के भगवान होता है। हिन्दू संस्कृति में प्लूटो का हिंदी नाम यम है। जो की मृत्यु के देवता है।
प्लूटो के बारे में - प्लूटो (Pluto in hindi) हमारे सौरमंडल का नौवां ग्रह है और साथ में सबसे दूरस्थ भी। सूर्य से इसकी की औसतन दुरी 39 AU है। सूर्य की रौशनी को इसकी पर पहुचने में 5.5 घंटे लग जाते है।
प्लूटो का आकर - प्लूटो का व्यास 2,376 km है। जो की हमारे चंद्रमा से भी छोटा है। पृथ्वी से तुलना करने पर यह ग्रह पृथ्वी के छठे भाग का ही है। प्लूटो (pluto in hindi) का द्र्व्यमान हमारे पृथ्वी का सिर्फ 0.22% ही है।
परिभ्रमण और कक्षा - यम ग्रह को अपनी धुरी पर एक चक्र (Rotation) पूरा करने में 153 घँटे का समय लगता है। जिसे एक दिन माना जाता है। जो की पृथ्वी के 6 दिन के समान है। शुक्र और युरेनस की तरह यह ग्रह भी उल्टा घूमता है, अपनी कक्षा में रहकर सूर्य की एक परिक्रमा करने में pluto को 248 साल लगते है। जिसे वहाँ का एक साल माना जाता है।
संरचना और सतह - इसकी कोर सिलिकेट पत्थरो से मिलकर बनी है। जो इसके 70% व्यास जितनी बड़ी है। इसके ऊपर आवरण है जिसपर पानी के समुद्र है और आखिर में पपड़ी है जो बर्फ से बनी है। यम ग्रह (pluto in hindi) की 98% सतह नाइट्रोजन के बर्फ से बनी है और बाकी 2% में मीथेन और कार्बन डाइऑक्साइड है।
प्लूटो ग्रह का वायुमंडल - प्लूटो का वायुमंडल नाइट्रोजन, मीथेन और कार्बन मोनोऑक्साईड से मिलकर बना है। यह बहुत पतला वायुमंडल है। Pluto का वायुमंडल (Atmosphere) एक धुमकेतु की तरह है। जब यह सूर्य के नजदीक आता है तब इसका वायुमंडल फैलता है और दूर जाते ही सिकुड़ जाता है।
उपग्रह - इतना छोटा होने के बावजूद प्लूटो के पास पांच उपग्रह है। जब की हमारे पास सिर्फ एक ही है। माना जाता है कि यह सारे चंद्रमा (moons) यम ग्रह के किसी समान खगोलीय पिंड के टकराव से बने थे।