अपनी रणनीति पूर्व-निर्धारित करें - जब आप अपने परीक्षा हॉल में प्रवेश करते हैं, तो आप नहीं जानते कि परीक्षा में किस तरह के प्रश्न आएंगे। लेकिन आप विषयों को जानते हैं और यह भी जानते हैं कि प्रश्नों का कठिनाई स्तर क्या हो सकता है। इसलिए पहले से ही अपनी रणनीति बना लें कि प्रश्नों को कैसे हल करना है।
शॉर्टकट्स सीखें - सभी शॉर्टकट और ट्रिक्स की जानकारी आपको रखनी होगी। जब आप ट्रिक और शॉर्टकट के साथ प्रश्न हल करते हैं तो आपके उत्तर सही होने की संभावना बढ़ जाती है।
फ्लैश कार्ड पर ध्यान दें - परीक्षा की तैयारी करते समय अगर आपने फ्लैश कार्ड बनाया है, जिसमें सभी इम्पोर्टेन्ट टॉपिक, इम्पोर्टेन्ट पॉइंट आदि को एक सही प्रारूप में नोट किया होगा तो अब इस फ्लैश कार्ड को रिवाइज करना शुरू कर दें।
नया टॉपिक पढ़ने से बचें - पहले से न पढ़े गये किसी टॉपिक को पढ़ने से सिर्फ कन्फ्यूजन की स्थिति पैदा होगी, जिससे बिना वजह आपका तनाव बढ़ेगा इसलिए उम्मीदवारों को अंतिम समय में किसी भी नये टॉपिक या चैप्टर को पढ़ने से बचना चाहिए।
फास्ट-ट्रैक टाइम-टेबल बनाएं - अपने टाइम-टेबल में अब एक बार फिर से सुधार करें और फास्ट-ट्रैक टाइम-टेबल बनाएं। पहले से पढ़े गये सभी टॉपिक्स को उनके इंपॉर्टेंस के अनुसार प्रतिदिन कुछ मिनट का समय दें। ऐसे समय में आपके द्वारा पहले से बनाये गये नोट्स ज्यादा काम आ सकते हैं।
पिछले वर्षों के पेपर हल करें - आपकी जिन टॉपिक्स पर अच्छी पकड़ है, उनसे सम्बन्धित पिछले वर्षों के दौरान पूछे गये प्रश्नों को कमतर समय में हल करने का बार-बार और लगातार अभ्यास करें। इससे आपको अपनी तैयारियों के कमजोरियों का भी पता चलेगा, जिसे आप सुधार सकेंगे।
मॉक टेस्ट दें - उम्मीदवारों को अपने अंतिम समय में कम से कम एक या दो बार वास्तविक परीक्षा के समान ही प्रतिबंधों एवं माहौल को अपने स्टडी रूम में ही बनाते हुए स्वयं मॉक टेस्ट देना चाहिए।
तनाव से दूरी बनाएं - ज्यादातर उम्मीदवार अपना सर्वश्रेष्ठ सिर्फ इस वजह से नहीं दे पाते हैं क्योंकि वे अंतिम समय में घबरा जाते हैं और बिना वजह तनाव ले लेते हैं इसलिए यदि आप इस परीक्षा में अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहते हैं और स्कोर लेना चाहते हैं तो तनाव बिल्कुल न लें।