ये एग्जाम सीबीएसई की ओर से आयोजित की जाती है जिसमें ग्रेजुएट पास और बीएड डिग्री वाले स्टूडेंट ही हिस्सा ले सकते हैं. इस एग्जाम को पास करने के लिए उन्हें 60 % मार्क्स लाना जरूरी है.
यह टेस्ट स्टेट लेवल पर कराया जाता है. टीजीटी के लिए ग्रेजुएट और बीएड होना जरूरी है और पीजीटी के लिए पोस्ट ग्रेजुएट और बीएड डिग्री होना जरूरी है.
कॉलेज या यूनिवर्सिटी में में लेक्चरर की नौकरी करने के लिए नेट का एग्जाम निकालना जरूरी है. नेट का पेपर एक साल में 2 बार दिसंबर और जून में होता है. नेट एग्जाम में तीन पेपर होते हैं.
देश के कई राज्यों में इस एग्जाम को बीएड और डीएड करने वाले स्टूडेंट्स के लिए कराया जाता है. इस एग्जाम में वे स्टूडेंट भी हिस्सा ले सकते हैं जिनके बीएड का रिजल्ट नहीं आया है.
जेबीटी का कोर्स करने के लिए 12वीं पास होना चाहिए. इस कोर्स में एडमिशन कहीं मेरिट के तो कहीं एंट्रेंस के आधार पर होता है. इस कोर्स को करने के बाद प्राइमरी टीचर बनने के लिए एलिजिबल हैं.
एनटीटी दो साल का कोर्स है. एनटीटी में एडमिशन 12वीं के मार्क्स के आधार पर और कई जगह एंट्रेंस एग्जाम के बाद दिया जाता है. एनटीटी करने के बाद प्राइमरी टीचर बनने के लिए एलिजिबिल होते हैं.
बीटीसी करने के लिए ग्रेजुएट होना जरूरी है. साथ ही आयु सीमा 18-30 साल होनी चाहिए. बीटीसी करने के बाद प्राइमरी और अपर प्राइमरी लेवल के टीचर बन सकते हैं.