NEET Exam क्या होता है - NEET परीक्षा भारत में मेडिकल अंडरग्रेजुएट Courses जैसे की MBBS, BDS, BAMS, BUMS, BHMS इत्यादि में एडमिशन लेने के लिए आयोजित किया जाता है। ये भारत में एक मात्र मेडिकल परीक्षा है जिसे National Testing Agency (NTA) के द्वारा आयोजित किया जाता है।
NEET का फुल फॉर्म हिंदी में - NEET का full form “National Eligibility Cum Entrance Test” होता है इसे हिंदी में “राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा” कहते हैं। अगर आप मेडिकल की तैयारी कर डॉक्टरी क्षेत्र में कैरियर बनाना चाहते हैं तो आपको इसका एग्जाम देना अति आवश्यक है तभी जाकर आप डॉक्टर बन पाएंगे।
NEET की शुरुआत कब और क्यों की गई - NEET एग्जाम की शुरुआत साल 2013 में की गई थी पहले हर एक राज्य का एडमिशन लेने का अलग क्राइटेरिया होता था इन बातों को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार नीट एग्जाम की शुरुआत की।
NEET UG - जो छात्र बारहवीं कक्षा के बाद अंडरग्रैजुएट मेडिकल कोर्स में एडमिशन लेना चाहते हैं उनको इस प्रकार का नीट एग्जाम देना होगा तभी जाकर उनका दाखिला अंडर ग्रेजुएट मेडिकल डिग्री कोर्स में में हो पाएगा जैसे- MBBS , BDS, BHMS, BAMS इत्यादि।
NEET PG - जिन छात्रों ने अंडर ग्रेजुएट मडिकल कोर्स कंप्लीट कर लिया है अब वह पोस्टग्रेजुएट मेडिकल कोर्स में दाखिला लेना चाहते हैं तो उनको पोस्टग्रेजुएट नीट एग्जाम देना होगा तभी जाकर उनका दाखिला पोस्टग्रेजुएट मेडिकल कोर्सों में हो पाएगा जैसे- MD, MS कोर्सो में।
NEET UG - अगर आप अंडर ग्रैजुएट मेडिकल कोर्स जैसे की MBBS , BHMS, BDS, BAMS में एडमिशन लेना चाहते हैं तो 12वीं साइंस स्ट्रीम (Biology) से कम से कम आपके 50% अंक होने चाहिए और केटेगरी से आने वाले कैंडिडेट्स के लिए 40% अंक होनी चाहिए।
NEET PG - अगर आप पोस्टग्रेजुएट मेडिकल कोर्स जैसे की MD, MS जैसे कोर्सो में एडमिशन लेना चाहते हैं तो आपके पास अंडर ग्रेजुएट मेडिकल की डिग्री होना आवश्यक है तभी जाकर आपका इसमें दाखिला हो पाएगा।
NEET UG - जो छात्र अंडरग्रैजुएट नीट एग्जाम देने चाहते है। उनकी उम्र सीमा 17 से 25 वर्ष के बीच होनी चाहिए
NEET UG - अगर आप नीट पोस्टग्रेजुएट एग्जाम देना चाहते हैं तो उम्र सीमा की जो मापदंड यहां पर निर्धारित की थी उसे समाप्त कर दिया है इसलिए अब आप किसी भी उम्र के हो आप आसानी से इस एग्जाम को दे पाएंगे।